चुकंदर पराठा;चुकंदर पराठा खाने के स्वास्थ्य लाभ: अगर आप भी आलू और गोभी के पराठे खाकर थक गए हैं तो ट्राई करें ये हेल्दी और टेस्टी चुकंदर पराठा. चुकंदर का पराठा आयरन, सोडियम, पोटैशियम और फास्फोरस से भरपूर होता है। जो एनीमिया को कम करने, हृदय स्वास्थ्य और उचित पाचन बनाए रखने और शरीर में प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है। खास बात यह है कि इस पराठे का स्वाद बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी बहुत पसंद आता है. इतना ही नहीं इसे बनाना भी बहुत आसान है. तो आइए जानते हैं चुकंदर के पराठे कैसे बनाए जाते हैं और इन्हें खाने से क्या फायदे होते हैं।
चुकंदर पराठा बनाने के लिए सामग्री-
-गेहूं का आटा
-चुकंदर कंद
-लहसुन-अदरक का पेस्ट
-3 से 4 हरी मिर्च
– नमक स्वादानुसार
– जीरा
-हरा धनिया (बारीक कटा हुआ)
-घी- 2 बड़े चम्मच
– सौंफ के बीज
– अजमोदा
कैसे बनाएं चुकंदर पराठा-
चुकंदर पराठा बनाने के लिए सबसे पहले चुकंदर को कद्दूकस कर लें, इसमें आटे के साथ सारी सामग्री डालकर अच्छे से मिला लें. – इसके बाद आटे को तिकोना या रोटी की तरह बेल लें और घी लगाकर तवे पर अच्छी तरह से भून लें. आपका स्वादिष्ट चुकंदर पराठा तैयार है. इसे आप गरमा गरम दही या हरी चटनी के साथ परोस सकते हैं.
चुकंदर पराठा खाने के फायदे-
चुकंदर-
चुकंदर का परांठा बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले चुकंदर में विटामिन सी, विटामिन बी-6, मैग्नीशियम, आयरन, आहार फाइबर, पोटेशियम और अन्य खनिज होते हैं। जो न केवल रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है बल्कि हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे को भी कम करता है। इसके अलावा चुकंदर मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है।
गेहूँ-
चुकंदर का परांठा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला गेहूं अच्छे कार्बोहाइड्रेट और वसा के साथ-साथ विटामिन बी, विटामिन ई, तांबा, कैल्शियम, आयोडीन, मैंगनीज और पोटेशियम जैसे विटामिन और खनिजों से भरपूर होता है। इसमें मौजूद फाइबर की उच्च मात्रा कब्ज की समस्या को दूर कर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद करती है।
सौंफ के बीज-
सौंफ़ प्राकृतिक रूप से वसा जलाने में मदद करती है। यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के साथ-साथ गैस की समस्या से भी राहत दिलाने में मदद करता है।
वेतन-
अजवाइन एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होती है। यह अपच को रोककर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
अदरक-
अदरक में मौजूद गुण सर्दी-खांसी की समस्या को दूर कर मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाते हैं।