लेमन ग्रास एक मेडिकल प्लांट है, जो खासकर साउथ-ईस्ट एशिया में पाया जाता है। यह घास जैसा ही दिखता है, बस इसकी लंबाई आम घास से ज्यादा होती है। वहीं, इसकी महक नींबू जैसी होती है और इसका ज्यादातर इस्तेमाल चाय में अदरक की तरह किया जाता है। इसके अलावा, दवा के रूप में लेमन ग्रास ऑयल का इस्तेमाल भी सालों से किया जाता आ रहा है। इसमें करीब 75 प्रतिशत सिट्रल पाया जाता है, जिसकी वजह से इसकी खुशबू भी नींबू जैसी होती है। लेमन ग्रास तेल का इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स और ड्रिंक्स में भी किया जाता है।
लेमन ग्रास की मेडिकल प्रॉपर्टी
लेमन ग्रास में कई मेडिकल प्रॉपर्टी होते हैं, जिस वजह से कई आयुर्वेदिक इलाज के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन की वेबसाइट पर प्रकाशित रिसर्च की माने, तो इसमें बैक्टीरिया से बचाव के लिए एंटी-बैक्टीरियल, सूजन को दूर करने के लिए एंटी-इन्फ्लेमेटरी और फंगस से राहत दिलाने के लिए एंटी-फंगल गुण होते हैं। लेमन ग्रास में पाए जाने वाले ये सभी गुण कई तरह की बीमारियों और इंफेक्शन से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
वेट लॉस और इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर
यदि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है, तो आपको लेमनग्रास वॉटर को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इससे आपकी इम्यूनिटी बढ़ती है। लेमनग्रास में नींबू जैसे ही गुण होते हैं। ऐसे में यह बॉडी डिटॉक्स करने में भी बहुत कारगर है। आप लेमनग्रास का पानी खाली पेट पी सकते हैं, इससे आसानी से बॉडी डिटॉक्स होती है। वेट लॉस करने के लिए भी लेमनग्रास टी पी सकते हैं। ये विटामिन ए व सी, फोलेट, फोलिक एसिड, कैल्शियम और मैगनीज से भरपूर है । एंटी बैक्टीरियल, एन्टि फन्गल, और कैंसर रोधी गुणों से भरपूर है ।
पाचन को करे मजबूत
लेमनग्रास टी के सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है। इससे डाइजेशन सही होता है। यह ब्लोटिंग, गैस, एसिडिटी आदि में फायदेमंद है। इसके सेवन से पेट अच्छे से साफ होता है। पेट के रोगों के लिए यह चाय बहुत लाभकारी है। इसका सेवन करने से उल्टी, दस्त और पेट दर्द की समस्याओं से निजात मिलती है।
कोलेस्ट्रॉल को खत्म करती है लेमन ग्रास
हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है। जर्नल ऑफ एडवांस फर्मास्युटिकल टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च में पाया गया कि लेमन ग्रास टी से बने तेल कोलेस्ट्रॉल को आसानी से कम कर देता है। हैरानी की बात यह है कि जितना डोज दिया गया, उसी हिसाब से कोलेस्ट्रॉल भी कम हुआ। साल 2011 की एक अन्य रिसर्च में भी पाया गया था कि रोजाना 100 मिलीग्राम लेमनग्रास एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल कोलेस्ट्रॉल को पूरी तरह खत्म हो जाता है। लेमन ग्रास पाचन तंत्र को ठीक रखता है। इसका सेवन करने से उल्टी, दस्त और पेट दर्द की समस्याओं से राहत मिलती है। यह चाय गैस्ट्रिक की समस्या का बेहतरीन इलाज है।
स्ट्रेस के लिए लेमन ग्रास
लेमन ग्रास के गुण स्ट्रेस से भी आराम दिलाते हैं। असल में ये काम लेमन ग्रास में पाया जाने वाला मैग्नीशियम करता है। शोध में पाया गया है कि मैग्नीशियम की कमी से तनाव से जुड़ी समस्याओं जैसे सिरदर्द, अनिद्रा, थकान, अति-भावनात्मकता व चिंता हो सकती हैं। ऐसे में लेमन ग्रास का सेवन मदद कर सकता है, क्योंकि इसमें मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। चाहें तो स्ट्रेस और चिंता को दूर करने के लिए लेमन ग्रास ऑयल से अरोमा थेरेपी भी ले सकते हैं।
दर्द से राहत
लेमन ग्रास का इस्तेमाल दर्द को कम करने में सहायक है। दरअसल, चूहों पर किए गए एक अध्ययन से इस बात की पुष्टि होती है। शोध में पाया गया कि लेमन ग्रास के साथ ही इसकी चाय और तेल में एनाल्जेसिक प्रभाव यानी दर्द निवारक प्रभाव पाया गया, जो दर्द को कम करने में मदद करता है। इस तरह दर्द की स्थिति में लेमन ग्रास का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है।
बालों की ग्रोथ के लिए भी है अच्छा
लेमन ग्रास टी बालों के पोर्स को खोलकर बालों की ग्रोथ में मदद करता है। इसमें विटामिन ए और सी की भरपूर मात्रा होती है, जो स्किन और बालों दोनों के लिए ही पोषक तत्वों के रूप में काम करती है।
विटामिन्स और पोषक तत्वों से है भरपूर
लेमनग्रास में एंटीफंगल, एंटी-कैंसर, एंटीबैक्टीरियल, एंटीडिप्रेसेंट गुण पाए जाते हैं। जिंक, कॉपर, विटामिन ए, आयरन, फॉलिक एसिड, फॉस्फोरस, पोटैशियम, कैल्शियम और मैगनीज़ जैसे पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं, जो हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं। लेमन ग्रास एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटी-कैंसर, एंटीडिप्रेसेंट गुणों से भरपूर है। इसमें विटामिन ए, फॉलिक एसिड, जिंक, कॉपर, आयरन, पोटैशियम, फॉस्फोररस, कैल्शियम और मैगनीज़ जैसे तत्व भी मौजूद होते हैं जो हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं।
ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो भी लेमन ग्रास आपके शुगर लेवल को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकती है। लेमनग्रास टी डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद है। इसमें 'सिट्रल', 'लिमोनेन' और 'लिनालूल' नामक पदार्थ होते हैं जो इंसुलिन के मिनिमम ऑप्टिमम लेवल को बनाए रखने और शरीर में ग्लूकोज में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
किडनी के लिए फायदेमंद है लेमनग्रास
लेमनग्रास में ऐसे गुण होते हैं जो कि शरीर से क्रिएटिनिन के स्तर को कम करने में मदद करता है और किडनी के काम काज को तेज करता है। इसके अलावा भी किडनी के लिए लेमनग्रास के कई फायदे हैं। किडनी की पथरी के लिए लेमनग्रास एक घरेलू इलाज है। ये पहले तो, आपके फिल्ट्रेशन के प्रोसेस को तेज करता है और किडनी में जमा क्रिएटिनिन को साफ करने में मदद करता है। इसमें मौजूद विटामिन सी साइट्रिक एसिड से भरपूर है और साथ ही यह पथरी को पिघलाने में मदद करता है और इसे शरीर से बाहर निकाल देता है।
अनिद्रा में लाभदायक
अनिद्रा की शिकायत होने पर या फिर ठीक से नींद नहीं आ रही है, तो इस समस्या से आराम पाने के लिए लेमन ग्रास ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें सेडेटिव गुण होते हैं, जो बेहतर नींद लेने में मदद करते हैं । चाहें तो लेमन ग्रास ऑयल की कुछ बूंदें डिफ्यूजर में डाल कर उससे अरोमा थेरेपी ले सकते हैं।
गठिया में फायदा करे
रूमेटाइड अर्थराइटिस ऐसी समस्या है, जिसमें जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न आने लगती है। 30 से 60 साल की उम्र में ये समस्या होना आम है। एक वैज्ञानिक अध्ययन में गठिया की समस्या से राहत के लिए लेमन ग्रास ऑयल को फायदेमंद बताया गया है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो गठिया के लक्षणों से आराम देता है। इसके लिए लेमन ग्रास ऑयल की कुछ बूंदों से प्रभावित जगह पर मसाज करें।
डिप्रेशन के लिए लेमन ग्रास
डिप्रेशन से लड़ने में भी लेमन ग्रास के फायदे देखे गए हैं। दरअसल, लेमन ग्रास में एंटी-डिप्रेसेंट यानी डिप्रेशन की को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं, जो डिप्रेशन को दूर करने का काम करते हैं। ऐसे में डिप्रेशन से ग्रसित लोगों के लिए लेमन ग्रास टी का सेवन करना चाहिए ।
नर्वस सिस्टम के लिए फायदेमंद
लेमन ग्रास के न्यूट्रिशन नर्वस सिस्टम के लिए लाभकारी हैं। इसमें मैग्नीशियम पाया जाता है, जो न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग से बचाव कर सकता है। न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग में दिमाग के न्यूरॉन्स नष्ट होने लगते हैं। वहीं, एक अन्य शोध के मुताबिक लेमन ग्रास नर्वस सिस्टम के लिए टॉनिक माना जाता है। यह दिमाग को एक्टिव कर घबराहट, वर्टिगो यानी चक्कर आना और कई प्रकार के न्यूरोनल विकारों से निपटने में मदद करता है।
अस्थमा
आयुर्वेद में सांस से जुड़ी बीमारी के इलाज के लिए लेमन ग्रास का इस्तेमाल सालों से किया जा रहा है। इसके पीछे लेमन ग्रास में मौजूद विटामिन सी को जिम्मेदार माना जाता है। यह श्वसन प्रणाली में होने वाली ब्लॉकेज, फ्लू और अस्थमा जैसे श्वसन विकारों से राहत प्रदान करने में मदद करता है। ऐसे में लेमन ग्रास के फायदे की सूची में अस्थमा से राहत भी शामिल है।